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आद्या शक्तिः बगलामुखी ब्रह्मास्त्र माला मंत्र

Updated: Sep 1, 2023

ब्रह्मास्त्र माला मंत्र


पिछली पोस्ट में आपने आद्या शक्ति माता बगलामुखी के माला मंत्र के बारे में जाना । इसको माला मंत्र इसलिए कहा जाता है कि इसका मात्र 1 बार पाठ करना ही, 1 माला मंत्र जप करने के बराबर माना जाता है । इस साधना का प्रभाव अचूक होता है ।


जनमानस में माता बगलामुखी के बारे में कुछ चीजें ज्यादा चर्चित हैं, उदाहरण के लिए मुकदमा, वाद-विवाद, राजनीति, शास्त्रार्थ इत्यादि के लिए माता बगलामुखी की साधना करनी चाहिए । सही भी है । किंतु आदि-शक्ति को इतने संकुचित दृष्टिकोण से देखने की आवश्यकता नहीं है । माता बगलामुखी की साधना अपने आप में ही एक विलक्षण बात है । प्रत्येक साधक इस साधना में नहीं बैठ सकता क्योंकि, यह साधना बहुत ही तीव्र है और गुरु की आज्ञा से ही इस साधना में बैठना चाहिए ।

 

एक अनुभव की बात बताता हूं ।


वर्ष 2008 की बात है, उस समय मैं इटली में रहकर अपनी पढ़ाई पूरी कर रहा था । पढ़ाई लगभग पूरी होने वाली थी और मुझे थीसिस लिखने के लिए अपनी यूनिवर्सिटी से अलग, एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था, FAO of UN में जाना पड़ा । FAO का हैड़क्वार्टर रोम में है तो मैं भी रोम में शिफ्ट हो गया । घर से ऑफिस तक का मेरा रास्ता वहां पर रेलवे स्टेशन से होकर जाता था जिसे वहां की भाषा में रोमा टर्मिनल कहते हैं ।


एक हफ्ता गुजर चुका था लेकिन मेरे पास ऑफिस के अलावा कहीं भी इंटरनेट की व्यवस्था नहीं थी । आपको शायद यकीन न हो पर यूरोप में इंटरनेट उस जमाने में भी इतना तेज था जितना आज का अपना 4G है । खैर, वो एक अलग बात है । पर मैं अपने लिए इंटरनेट की जुगाड़ करने में लगा पड़ा था । रेलवे स्टेशन से गुजरते हुये मेरी नजर हमेशा एक सेल्स एजेंट पर पड़ती थी जो "3 कंपनी" के लिए काम करता था । उसका दावा था कि केवल 19 यूरो प्रति महीने पर आप अनलिमिटेड़ हाई स्पीड़ इंटरनेट इस्तेमाल कर सकते हैं । इसके लिए बस एक USB device की तरह दिखने वाली एक USB Key का इस्तेमाल करना था । मैंने कई दिन लिये ये सोचने के लिए कि, क्या ये एक सुरक्षित तरीका है । कई दिन की पूछताछ के बाद मैंने उससे USB Key खरीदने का मन बना लिया । ये एक तरह का 12 महीने का लीगल कॉट्रैक्ट था । दिक्कत ये थी कि सब कुछ इटैलियन भाषा में लिखा हुआ था और बहुत मुश्किल से उससे अंग्रेजी में वार्तालाप करके उस कॉंट्रैक्ट का सार समझा । बस इसमें शर्त ये थी कि ये एक पोस्टपेड़ सेवा होगी और, पेमेंट क्रेड़िट कार्ड से ही हो सकता है । हमने शर्त मान ली । आखिरकार हमारी पढ़ाई और थीसिस लिखने का रास्ता जो खुल गया था ।


अब इंटरनेट हमारे भी पास था :)


लेकिन 1 हफ्ते बाद ही दिक्कत का दौर शुरु हो गया । एक हफ्ते बाद 3 कंपनी ने हमारे क्रेड़िट कार्ड से पेमेंट लेने से मना कर दिया और हमारी इंटरनेट सेवा बंद भी कर दी । अब आप ये समझिये कि आपका थीसिस का काम आपके इंटरनेट पर निर्भर करता है और, इंटरनेट बंद हो गया । कॉन्ट्रैक्ट के हिसाब से आपका बिल चालू है लेकिन, कंपनी को पेमेंट न होने के कारण आपका इंटरनेट बंद है ।


अब आपकी थीसिस भी प्रभावित हो रही है । 2 महीने के भीतर काम भी खत्म करना है और हिंदुस्तान वापस भी लौटना है ।


ऊपर से मुश्किल ये हैं कि इटली में लोग अंग्रेजी समझते नहीं हैं । कंपनी को कॉल करो तो कॉल सेंटर में हर बार एक नये व्यक्ति से बात होती है जो मुश्किल से, अंग्रेजी बोलने वाले को ढूंढकर लाता है और सारी कहानी को हर बार, बार - बार बताना होता है ।


मैं 3 कंपनी को बार - बार फैक्स, ईमेल, फोन कर करके थक गया था और मेरा काम बुरी तरह से प्रभावित हो गया था । दिमाग की शांति भी भंग हो ही गयी थी ।


अब रास्ता एक ही बचा था कि समय निकालकर साधना करो । पर, न तो आसन था, न ही कोई माला थी, बस गुरुजी का एक चित्र हमेशा अपने साथ रखता था तो, वही था ।


हमने भी न कुछ सोचा और न विचार किया । एक टिश्यू पेपर पर गुरुजी के लिए आसन बनाकर उनकी तस्वीर रखी । दीपक की व्यवस्था नहीं थी तो एक बड़ी सी मोमबत्ती को ही दीपक का स्वरुप मानकर साधना शुरु कर दी ।


उस वक्त मैंने माता बगलामुखी के बगलामुखी माला मंत्र का ही प्रयोग किया था । मैंने 21 दिन का संकल्प लेकर साधना की और प्रतिदिन मात्र 21 बार पाठ किया था । ये गुरुजी की ही प्रेरणा थी कि मैंने इस प्रयोग को संपन्न किया था । मात्र 1 हफ्ते के भीतर ही इस साधना के प्रभाव से परिस्थितियां एकदम अनुकूल हो गयीं । मुझे किसी से कुछ कहना भी नहीं पड़ा और, कंपनी ने बिना कुछ पूछे मेरा इंटरनेट फिर से चालू कर दिया । मैं फिर से अपनी थीसिस के काम में लग गया । गुरुजी की कृपा से थीसिस भी अच्छे से लिखी और मैं दो महीने बाद वापस अपनी यूनिवर्सिटी लौट गया ।


इन तीन महीनों का इंटरनेट का बिल भी घर पर ही आया हुआ था । मैंने कंपनी के ऑफिस जाकर बिल चुकाया और इस तरह से एक बिलकुल ही अलग तरह की समस्या का निवारण हुआ ।


पर आप समझ सकते हैं कि जीवन में परिस्थितियां विपरीत हो सकती हैं और कभी - कभी कोई रास्ता नजर नहीं आता । मेरा मानना है कि बेहिचक होकर साधना करिये और जीवन में आगे बढ़ते रहिये । जिस समस्या का समाधान भौतिक तरीके से नहीं हो पाता, उसके लिए साधना करना सर्वश्रेष्ठ मार्ग है ।

 

अब आपका परिचय, आद्या शक्ति माता बगलामुखी के उस मंत्र से करवाते हैं जो बगलामुखी ब्रह्मास्त्र माला मंत्र के नाम से जाना जाता है । बगलामुखी माला मंत्र से आपका परिचय हो ही चुका है, उसकी शक्ति से भी आप परिचित हो ही चुके हैं । अब ब्रह्मास्त्र की शक्ति का भी अनुभव कीजिए, इसकी शक्ति ब्रह्मास्त्र की तरह अचूक होती है । इसको अपनी दैनिक साधना में अभ्यास करना चाहिए, इससे माता बगलामुखी की कृपा बनी रहती है ।


बगलामुखी ब्रह्मास्त्र माला मंत्र


ॐ ह्लीं फट् (7 बार जपें)

ॐ नमो भगवति चामुण्डे नरकंकगृध्रोलूकपरिवारसहिते श्मशानप्रिये नररुधिरमांस – चरुभोजनप्रिये सिद्धविद्याधरवृन्दवंदितचरणे बृह्मेशविष्णु - वरुणकुबेर - भैरवी भैरवप्रिये इन्द्रकोधविनिर्गतशरीरे द्वादिशादित्यचण्डप्रभे अस्थिमुण्डकपालमालाभरणे शीघ्रं दक्षिणदिशि अगच्छागच्छ मानय मानय नुद नुद अमुकं/सर्व शत्रुणां मारय मारय चूर्णय चूर्णय आवेशावेशय त्रुट त्रुट त्रोटय त्रोटय स्फुट स्फुट स्फोटय स्फोटय महाभूतान् जृग्भय जृग्भय ब्रह्मराक्षसानुच्चाटयोच्चाटय भूतप्रेत - पिशाचान् मूर्च्छय मूर्च्छय मम शत्रुनुच्चाटयोच्चाटय शत्रून चूर्णय - चूर्णय सत्यं कथय कथय वृक्षेभ्यः संन्नाशय संन्नाशय अर्क स्तंभय स्तंभय गरुणपक्षपातेन विषं निर्विषं कुरु कुरु लीलांगालयवृक्षेभ्यः परिपातय परिपातय शैलकाननमहीं मर्दय मर्दय मुखं उत्पाटयोत्पाटय पात्रं पूरय पूरय भूतभविष्यं यत्सर्व कथय कथय कृन्त कृन्त दह दह पच पच मथ मथ प्रमथ प्रमथ घर्घर घर्घर ग्रासय ग्रासय विद्रावय विद्रावय उच्चाटयोच्चाटय विष्णुचक्रेण वरुणपाशेन इन्द्रवज्रेण ज्वरं नाशय नाशय प्रविदं स्फोटय स्फोटय सर्वशत्रून मम वशं कुरु कुरु पातालं प्रत्यंतरिक्षं आकाशग्रहं आनयानय करालि विकरालि महाकालि रुद्रशक्ते पूर्वदिशं निरोधय निरोधय, पश्चिमदिशं स्तम्भय - स्तम्भय, दक्षिणदिशं निधय निधय, उत्तरदिशं बंधय बंधय ह्रां ह्रीं ॐ बंधय - बंधय ज्वालामालिनी स्ताम्भिनी मोहिनि मुकुटविचित्रकुण्डल नागादिवासुकीकृतहारभूषणे मेखलाचन्द्रार्कहासप्रभंजने विद्युत्स्फुरित सकाश साट्टहास निलय निलय हुं फट् हुं फट् विजृंभितशरीरे सप्तद्वीपकृते ब्रह्माण्ड विस्तारितस्तनयुगले असिमुसल - परशुतोमरक्षुरिपाशहलेषु वीरान् शमय शमय सहस्त्रबाहु परापरादिशक्ति विष्णु शरीरे शंकर - ह्रदयेश्वरी बगलामुखी सर्वदुष्टान् विनाशय - विनाशय हुं फट् स्वाहा । ॐ ह्लीं बगलामुखी ये केचनापकारिणः सन्ति तेषां वाचं मुखं स्तम्भय - स्तम्भय जिह्वां कीलय कीलय बुद्धिं विनाशय विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा ॐ ह्रीं हिली हिली अमुकस्य/सर्व शत्रुणां वाचं मुखं पदं स्तम्भय शत्रुजिह्वां कीलय शत्रूणां दृष्टिमुष्टिगतिमतिदंत तालुजिह्वां बंधय बंधय मारय मारय शोषय शोषय हुं फट् स्वाहा ।

 

बगलामुखी ब्रह्मास्त्र माला मंत्र की PDF फाइल आप यहां से डाउनलोड़ कर सकते हैं ।


 

इस मंत्र का उच्चारण सही प्रकार से आप कर सकें, उसके लिए एक ऑडियो-वीड़िओ फाइल शीघ्र ही अपलोड़ कर दी जाएगी । आपको ब्लॉग पर अवश्य Subscribe कर लेना चाहिए ताकि किसी भी प्रकार की पोस्ट होने पर आपको ईमेल के माध्यम से नोटिफिकेशन चला जाता है ।


धन्यवाद ।

2 Comments

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Guest
Aug 21
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very powerful mantra

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Guest
Jul 10

जय गुरुदेव, Gurubhai इसको पड़ने को लेकर क्या नियम हैँ और किन परिस्थितियों में इस मंत्र स्त्रोत को पड़ना चाहिए?


क्या गुरुदेव के चित्र के सामने बैठकर उनसे मानसिक आज्ञा लेकर इसको पड़ सकते हैँ ?


एक बार में कितनी बार पढ़ा जा सकता है ?


कृपया मार्गदर्शन करें ?

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