top of page

लक्ष्मी प्राप्ति के व्यावहारिक विकल्प - 2

Updated: Aug 31, 2023

लक्ष्मी प्राप्ति को लेकर किए गये प्रयासों के संदर्भ में अधिकतर लोगों के मन में एक प्रश्न अवश्य रहता है, "पता नहीं सफल हो पाऊंगा या नहीं?"


बहुत बार ये बात सही भी हो जाती है क्योंकि हमारे मन की चिंतायें हमारी कार्य क्षमता पर प्रभाव डालती ही हैं । अब आप इसे प्रारब्ध कहिये या भाग्य हीनता । कई बार प्रयास करने के बाद भी उतनी सफलतायें नहीं मिल पाती हैं जितनी कि हम अपेक्षा करते हैं ।


दरअसल होता क्या है कि हमारे जीवन का गणित, ग्रह चाल का एक खेल मात्र है । हम लोगों ने इस बात को अष्टक वर्ग ज्योतिष की श्रंखला में समझा था कि जीवन के गणित को मात्र कुछ अंकों में व्यक्त किया जा सकता है । और, इन अंकों के माध्यम से हम विधाता को उस लेख को भी पढ़ पाने में सक्षम हो जाते हैं जो अभी तक हमारे लिए अज्ञात था । मगर, विधाता के लिखे को समझने और जीवन में अपना अभीष्ट प्राप्त करने के बीच में कुछ दूरी होती है । जितना जरुरी इस दूरी को समझना है, उतना ही आवश्यक है कि हम इस दूरी को पाटने का विधान क्या है उसे भी समझ सकें ।


उदाहरण के लिए, अगर हम अपने अष्टक वर्ग के माध्यम से ये जान पाते हैं कि निकट भविष्य में कैसा समय रहने वाला है, तो क्यों न हम उस आने वाले समय की तैयारी अभी से शुरु कर दें । आखिर, यही तो ज्योतिष की सार्थकता है जो आपको भविष्य का ज्ञान कराकर आपको इस बात के लिए भी तैयार करती है कि भई, अब तैयारी का समय आ गया है ।


यही वह समय होता है जब हम अपने जीवन को संवारने के लिए साधनाओं का आश्रय लेते हैं । सदगुरुदेव के पिछले कई दशकों में प्रत्येक शिविर की रिकॉर्डिंग वरिष्ठ गुरुभाइयों के पास मौजूद थीं, उन्हीं रिकॉर्डिंग में से चुने हुये हीरक खंड हम आपके सामने लेकर के आते हैं ।


आज जिस विषय की चर्चा यहां पर की जा रही है वह भाग्योदय से संबंधित है । भाग्योदय का मतलब है कि हमारे जीवन की बाधाओं का अंत हो और, हम जो भी प्रयास करें उसमें हमें सफलता प्राप्त होने लग जाए ।

 

बाधाओं का अंत हो, इसके लिए हमें जीवन में सर्व बाधा निवारण प्रयोग को अपनाना चाहिए । सदगुरुदेव ने एक शिविर में इस बाधा निवारण मंत्र की दीक्षा और मंत्र प्रदान किया था । इस रिकॉर्डिंग को यहां पोस्ट किया जा रहा है । आप चाहें तो इसे अपने फोन या कम्प्यूटर में डाउनलोड़ करके नित्य प्रतिदिन इसका श्रवण कर सकते हैं । आपको कुछ खास नहीं करना है, बस जैसा सदगुरुदेव रिकॉर्डिंग में निर्देशित कर रहे हैं, वैसा आप करते जाएं और सर्व बाधा निवारण दीक्षा को प्रतिदिन ग्रहण करें । ऐसा करने से भी जीवन में बाधाओं का शमन होने लगता है ।

सर्व बाधा निवारण दीक्षा एवं मंत्र


चूंकि सर्व बाधा निवारण प्रयोग आपको गुरु मुख से ही प्राप्त हो रहा है तो आप इस मंत्र का भी जप कर सकते हैं ।


।। ऊँ क्रीं क्लीं सर्व तंत्र निवारणाय ह्लीं फट् ।।

।। Om Kreem Kleem Sarv Tantra Nivaarnaay Hleem Phat ।।

 

बाधाओं का अंत होना अपनी जगह पर है और जीवन में भाग्योदय का होना अपनी जगह है । जीवन में भाग्योदय हो और हमें अपने जीवन में सफलता प्राप्त हो, उसके लिए हमें भाग्योदय मंत्र का नित्य प्रतिदिन श्रवण करना ही चाहिए । समय निकालकर सप्ताह में एक बार अगर उसी मंत्र से यज्ञ कर लिया जाए तो आशातीत सफलता प्राप्त होने लग जाती है ।



भाग्योदय मंत्र (श्रवण और हवन के लिए)

इस प्रकार बाधा निवारण दीक्षा एवं मंत्र के साथ - साथ यदि पूर्ण भाग्योदय मंत्र का नित्य प्रतिदिन श्रवण किया जाता है तो जीवन में सफलता प्राप्त होती ही है ।

 

साधनाओं के साथ - साथ हमने आपसे वादा किया था कि हम आपको लक्ष्मी प्राप्ति के व्यावहारिक तरीके भी बतायेंगे । पिछली पोस्ट में हमने नेटवर्क मार्केटिंग के बार में बताया था । इस बार हम कृषि क्षेत्र की बात करेंगे और उसमें भी शतावरी की खेती की बात की जाएगी ।


शतावरी की खेती

(Asparagus)


शतावर या शतावरी का प्रयोग स्त्री रोगों जैसे कि प्रसव उपरांत दूध का न आना, बांझपन, गर्भपात, रजोनिवृत्ति के लक्षणों के इलाज आदि में किया जाता है । यह जोड़ों के दर्द और मिर्गी में भी लाभदायक है ।


शतावरी का प्रयोग शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ - साथ मूत्र विसर्जन के समय होने वाली जलन को कम करने, तंत्रिका प्रणाली और पाचन तंत्र की बीमारियों के इलाज, ट्यूमर, गले के संक्रमण, ब्रोंकाइटिस, कमजोरी और कामोत्तेजक के रूप में किया जाता है ।


यह पौधा कम भूख लगने और अनिद्रा की बीमारी में भी फायदेमंद है । अति सक्रिय बच्चों और ऐसे लोग जिनका वजन कम होता है उनको भी शतावरी के प्रयोग से लाभ होता है ।


दसअसल शतावरी को महिलाओं के लिए एक बढ़िया टॉनिक माना जाता है । वैसे तो यूट्यूब पर सैकड़ों वीडिओ उपलब्ध हैं पर हम आपके लिए चुनिंदा 2 वीडिओ शेयर कर रहे हैं -


 

 

शतावरी की खेती कैसे की जाती है, इसके लिए आप इस PDF फाइल को भी डाउनलोड़ कर सकते हैं ।

शतावरी की खेती
.pdf
Download PDF • 2.77MB

उम्मीद है कि हमने आज कृषि के क्षेत्र में एक नायाब प्रोडक्ट के बारे में अच्छे से जाना और समझा है । अगली पोस्ट में हम इसी प्रकार से लक्ष्मी प्राप्ति के विविध आयामों पर चर्चा करेंगे ।


क्रमशः ...

bottom of page