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लक्ष्मी प्राप्ति के व्यावहारिक विकल्प - 3

Updated: Aug 31, 2023

लक्ष्मी प्राप्ति के असंख्य विधान हैं पर सबके लिए कोई एक ही विधान कारगर होगा, ऐसा कहने के लिए एक मूल वाक्य याद रखना चाहिए -


।। गुरु कृपा ही केवलम, गुरु कृपा ही केवलम, गुरु कृपा ही केवलम ।।


अर्थात, इस समस्त संसार में केवल मात्र गुरु कृपा से ही वह सब कुछ प्राप्त किया जा सकता है जो प्रारब्ध में भी नहीं लिखा गया है । गुरु अगर चाहें तो पलक झपकने से पहले ही आपको पूर्णता प्रदान कर सकते हैं । अब आप खुद ही सोचिए कि पलक झपकने में कितना समय लगता है - एक सेकंड से भी कम । और इतनी अवधि में ही गुरु आपको पूर्ण भी कर सकते हैं । तो जो गुरु आपको एक क्षण में पूर्ण कर सकते हैं, उनके लिए आपको जीवन में लक्ष्मी जी का अवतरण करवाना कौन सी बड़ी बात है ।


आज हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे कि किस प्रकार से गुरु तत्व के माध्यम से लक्ष्मी तत्व को अपने जीवन में समाहित किया जा सकता है ।

 

गुरु मंत्र के माध्यम से लक्ष्मी प्राप्ति


सदगुरुदेव ने बहुत कृपा करके जिस गुरु मंत्र को प्रदान किया है, दरअसल वही चाबी है । हमें ये तो पता है कि गुरु मंत्र के 16 अक्षर विभिन्न प्रकार के आयामों से संबंधित हैं और जब हम गुरु मंत्र की 16 माला का जप करते हैं तो प्रत्येक वर्ण की आवृत्ति 108 बार पूरी हो जाती है । यहां तक तो सभी परिचित हैं । पर इस बात से कम ही लोग परिचित हैं कि गुरु मंत्र ही लक्ष्मी मंत्र में बदल जाता है जब उसे लक्ष्मी जी के बीज मंत्र से आबद्ध कर दिया जाता है । इस प्रकार से उस मंत्र से आप न सिर्फ गुरु मंत्र जप कर रहे होते हैं बल्कि वही साधना आपकी लक्ष्मी साधना में भी बदल जाती है ।


यहां एक महत्वपूर्ण तथ्य यह भी है कि जब हमें किसी और माध्यम से लक्ष्मी प्राप्त होती है तो वह स्थायी नहीं होती । लक्ष्मी तो चंचला है और वह एक जगह कभी नहीं रुक सकती । पर जब इसी साधना को गुरु मंत्र के माध्यम से किया जाता है तो आने वाली लक्ष्मी की प्रकृति स्थायी होती है । दरअसल वह लक्ष्मी जी नहीं हैं, साक्षात सदगुरुदेव ही आपके जीवन में लक्ष्मी का रुप रखकर आते हैं ।


लक्ष्मी जी का बीज मंत्र है -


।। श्रीं ।।

shreem


यूं तो इस बीज मंत्र को ही जपते रहें तो भी लक्ष्मी जी प्रसन्न रहती हैं पर जब इसी बीज मंत्र को गुरु मंत्र के साथ संपुट कर दिया जाता है तो उसकी तो बात ही कुछ और है और, वह मंत्र इस प्रकार है -


।। ॐ श्रीं परम तत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो श्रीं नमः ।।


इस मंत्र का नित्य प्रतिदिन जप करने से जीवन में लक्ष्मी जी का आगमन होता है, व्यापार में वृद्धि होती है और जीवन में आय के नये साधन प्राप्त होते ही हैं । जैसे - जैसे आप मंत्र जप करते जाएंगे, आपको कुछ ही समय में इसका प्रभाव दिखाई देने लगता है ।


मेरी राय में इस मंत्र का कम से कम ११ माला जप तो प्रतिदिन करना ही चाहिए । जब हम किसी आर्थिक संकट में होते हैं तब तो इस साधना को संकल्प लेकर ही करना चाहिए । संकल्प लेकर की हुयी साधना का फल अचूक होता है ।


ये साधना खास तौर से उन लोगों के लिए उपयोगी है जो गुरु मंत्र के अलावा किसी और साधना को करने में रुचि नहीं रखते हैं । उनको जीवन में समस्यायें तो बहुत हैं, आर्थिक रुप से परेशान भी हैं लेकिन गुरु मंत्र के अलावा किसी और मंत्र की साधना करने का उनका मन नहीं करता है । मेरे विचार से उन लोगों को गुरु मंत्र के माध्यम से लक्ष्मी प्राप्ति के इस विधान का सामने आना भी गुरु कृपा का ही एक उदाहरण कहा जा सकता है ।


ध्यान रखिये, सदगुरुदेव को तो सभी का ध्यान रखना है । सो वो रख रहे हैं, अब बारी आपकी है । अगर आर्थिक रुप से परेशान हैं तो जुट जाइये साधना में और, पूरे मनोयोग से इस साधना को संपन्न कीजिए । फिर देखिये, कैसे जीवन में परिवर्तन होता है ।

 

आज का विषय


जैसा कि हमने आपसे वादा किया था कि हम आध्यात्मिक साधनाओं के साथ - साथ आपको व्यावहारिक चीजों से भी जोड़ने का प्रयास करेंगे, तो आज का हमारा विषय है घर की छत पर खेती जिसे हम अंग्रेजी में Roof Top Farming भी कहते हैं । जैसा इसका नाम है वैसे ही इस खेती को किया जाता है । ऐसा नहीं है कि आप इसे केवल छत पर ही कर सकते हैं, आप इसे किसी खुले स्थान पर, छत पर, अथवा अपने आंगन में भी कर सकते हैं ।


ऐसा करके, आपको न सिर्फ ताजी सब्जियों का आनंद प्राप्त होगा बल्कि आप उस रासायनिक जहर से भी बच जाएंगे जो, लालची किसान अपनी आमदनी बढ़ाने के चक्कर में अपने खेतों में डाल देते हैं । रासायनिक खाद, कीट नाशक, खरपतवार नाशक अथवा किसी बीमारी के फैलने पर खेते में दवाई का स्प्रे करना भी बहुत खतरनाक होता है । दरअसल यही कीट नाशक या दवाई का छिड़काव उन सब्जियों या फलों में उस जहर को पहुंचा देता है जो मनुष्य के लिए बहुत हानिकारक होते हैं । धीरे - धीरे हमारा शरीर इन कीट नाशकों के प्रभाव में आकर विभिन्न प्रकार की बीमारियों की चपेट में आ जाता है ।


वैसे तो इंटरनेट पर सैकड़ों वीडिओ उपलब्ध हैं कि छत पर अथवा किसी खुले स्थान में सीमित रुप से कैसे विभिन्न सब्जियों की खेती की जा सकती है पर, ये वीडिओ मुझे अच्छा लगा है । इसलिए इसको यहां पर पोस्ट किया जा रहा है ।


मेरे विचार से हम घर में बने हुये मैटेरियल का इस्तेमाल करके भी इस प्रकार की खेती कर सकते हैं । घर के कचरे को प्रोसेस करके हम अपने लिए ऑर्गेनिक खाद बना सकते हैं और बिलकुल ताजी सब्जियों को उगा सकते हैं । इससे न सिर्फ घर के बजट में कमी आयेगी बल्कि स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा ।


आप अगर इस प्रकार की खेती करने के इच्छुक हैं तो कृपया कमेंट सैक्शन में अपने सवाल जरूर पूछिये । इससे बहुत से लोग आगे आकर अपने घर में ही सब्जी उगाने का प्रयास कर सकेंगे ।


अस्तु ।

 
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